भोपाल। मध्य प्रदेश में स्कूल खोलने को लेकर जल्द ही फैसला लिया जा सकता है। जुलाई के पहले या दूसरे सप्ताह से स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रिकॉर्ड टीकाकरण को लेकर संकेत दिया है कि यदि सभी को जल्द से जल्द टीकाकरण करा लिया जाए तो जुलाई के पहले या दूसरे सप्ताह तक स्कूल खोले जा सकते हैं। वहीं बच्चों की सुरक्षा को लेकर योजना बनाने के साथ ही स्कूल खोलने की तैयारी की जा रही है।
मध्य प्रदेश में स्कूल खोलने के लिए आपदा प्रबंधन समितियों के सुझाव भी आमंत्रित किए गए हैं। तीसरी लहर के अलर्ट के साथ ही बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूल खोलने का खाका तैयार किया जा रहा है। स्कूल शिक्षा विभाग स्कूल खोलने को लेकर विशेषज्ञों से सुझाव ले रहा है। सरकार जिला, प्रखंड और ग्राम स्तर पर गठित आपदा प्रबंधन समितियों को परामर्श दे रही है। इसके अलावा बाल रोग विशेषज्ञ और बाल रोग विशेषज्ञ बच्चों के लिए काम करने वाले स्वयंसेवी संगठनों से भी सुझाव ले रहे हैं। पहली से आठवीं और नौवीं से 12वीं तक के बच्चों को स्कूल बुलाने के लिए अलग-अलग प्लान तैयार किया जा रहा है।
स्कूल खोलने की कक्षावार योजना
मध्य प्रदेश में स्कूल खोलने के लिए पहली से 12वीं तक के बच्चों के लिए अलग-अलग प्लानिंग की जा रही है। कोरोना की तीसरी लहर के खतरे के बीच पहली से आठवीं तक के बच्चों को ऑनलाइन क्लासेज के जरिए पढ़ाया जाएगा। कक्षा छह से आठ तक के बच्चों को 15 दिन में तीन से चार दिन या सप्ताह में एक या दो दिन ही स्कूल बुलाया जा सकता है। सीमित संख्या में बच्चों को कक्षाओं में आमंत्रित करेंगे। 9वीं से 12वीं तक के छात्रों को प्रतिदिन स्कूल बुलाया जाएगा। कक्षा के आधे छात्रों को एक दिन स्कूल बुलाया जाएगा और आधे बच्चों को अगले दिन स्कूल बुलाया जाएगा।
डेढ़ साल से राज्य भर के स्कूल बंद
मध्य प्रदेश में पिछले डेढ़ साल से स्कूल बंद हैं। स्कूलों में पिछले डेढ़ साल से सिर्फ ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है। स्कूल शिक्षा विभाग का मानना है कि बच्चों के बौद्धिक और शारीरिक विकास के लिए ऑनलाइन कक्षाएं लंबे समय तक अच्छी नहीं रहती हैं। सुरक्षा उपायों के साथ स्कूल खोलना बेहद जरूरी है। हमारी पहली प्राथमिकता स्कूल खोलने से पहले बच्चों की सुरक्षा का खाका तैयार करना है। स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार का कहना है कि 30 जून तक स्कूलों को खोलने को लेकर अभिभावकों, शिक्षण संस्थानों, बच्चों, आम जनता से सुझाव मांगे जा रहे हैं। सकारात्मक सुझाव मिलने पर जल्द ही स्कूल खोलने पर फैसला लिया जाएगा।
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