उपचुनाव जीतने के लिए बीजेपी ने पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा पूरी टीम के साथ मोर्चे पर खड़े हैं, जबकि शहरी विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह प्रबंधन की कमान संभाल रहे हैं। कांग्रेस विधायक कलावती भूरिया के निधन के चलते खाली हुई जोबट विधानसभा सीट पर कांग्रेस की पूर्व विधायक सुलोचना रावत को मैदान में उतारा गया है। रावत अपने बेटे विशाल के साथ कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए। कांग्रेस नेताओं को सुलोचना के भाजपा में शामिल होने के बारे में एक दिन पहले पता चला था, लेकिन वे उसे मनाने में नाकाम रहे। वहीं अब बरवाह विधानसभा क्षेत्र से विधायक सचिन बिड़ला के बीजेपी में जाने से कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। खंडवा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बड़वाह विधानसभा क्षेत्र में सचिन का काफी प्रभाव है।
इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 2013 के विधानसभा चुनाव में जब कांग्रेस ने उन्हें मैदान में नहीं उतारा तो निर्दलीय के तौर पर चुनाव लड़ा और दूसरे नंबर पर रहे। इसमें उन्हें 61 हजार 970 वोट मिले। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी राजेंद्र गुर्जर की जमानत जब्त कर ली गई। उन्हें सिर्फ 14 हजार 323 वोट मिले। 2018 के विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार बनाया और उन्हें 30 हजार 508 वोटों से जीत मिली। उन्होंने भाजपा के हितेंद्र सिंह सोलंकी को हराया, जिनसे वे 2013 में लगभग पांच हजार वोटों से हार गए थे।
बेड़िया (विधानसभा बड़वाह) ज़िला खरगौन, लोकसभा खंडवा में आयोजित जनसभा। https://t.co/QUNyr83QqN
— Office of Shivraj (@OfficeofSSC) October 24, 2021
आप विश्वगुरु का ताजा अंक नहीं पढ़ पाए हैं तो यहां क्लिक करें
विश्वगुरु टेलीग्राम पर भी उपलब्ध है। यहां क्लिक करके आप सब्सक्राइब कर सकते हैं।