हालांकि मध्य प्रदेश में कोरोना के नए मामले मिलने की रफ्तार थोड़ी धीमी हुई है, लेकिन मामलों की संख्या में उतार-चढ़ाव जारी है। मध्य प्रदेश सरकार के प्रवक्ता नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 9,532 नए मामले सामने आए हैं। 22 जनवरी को सबसे ज्यादा 8 संक्रमितों की मौत हुई थी, 25 जनवरी को भी 8 संक्रमितों की मौत हुई थी-तीसरी लहर में 22 जनवरी को सबसे ज्यादा 8 संक्रमितों की मौत हुई थी। इसके बाद 25 जनवरी को भी 8 संक्रमितों की मौत हुई थी। 23 जनवरी को 6 मरीजों की मौत हुई जबकि 24 जनवरी को 7 कोरोना संक्रमितों की मौत हुई।
कोरोना का हॉटस्पॉट बना इंदौर
प्रदेश में पहली और दूसरी लहर की तरह आज भी इंदौर कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है। राज्य में अब इंदौर में सबसे ज्यादा 19,149 एक्टिव केस हैं। इसके बाद भोपाल में 14,175 एक्टिव केस हैं। इसी राज्य के अन्य शहरों में इंदौर और भोपाल के बाद सबसे ज्यादा नए मामले जबलपुर में 710, ग्वालियर में 396, खरगोन में 255 और धार में 209 हैं।
राज्य में 21 जनवरी को सबसे ज्यादा 11 हजार 275 नए मामले मिले। इसके बाद नए मामलों में कमी तो आई है, लेकिन स्थिति पूरी तरह काबू में नहीं आई है। राज्य में न सिर्फ कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़ रही है, बल्कि अस्पतालों में भी हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। अस्पताल में ज्यादातर मरीजों को अब ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत होती है।
वही छोटे और ग्रामीण आबादी वाले जिलों जैसे झाबुआ, शाजापुर, आगर, रायसेन, बैतूल में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण परेशानी भी होने लगी है। अस्पतालों में भर्ती मरीजों को लगता है ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत है।
राज्य में 21 जनवरी को सबसे ज्यादा 11 हजार 275 नए मामले मिले। इसके बाद नए मामलों में कमी तो आई है, लेकिन स्थिति पूरी तरह काबू में नहीं आई है। राज्य में न सिर्फ कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़ रही है, बल्कि अस्पतालों में भी हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। अस्पताल में ज्यादातर मरीजों को अब ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत होती है।
वही छोटे और ग्रामीण आबादी वाले जिलों जैसे झाबुआ, शाजापुर, आगर, रायसेन, बैतूल में संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। वहीं दूसरी ओर अस्पतालों में मरीजों की बढ़ती संख्या के कारण परेशानी भी होने लगी है। अस्पतालों में भर्ती मरीजों को लगता है ऑक्सीजन सपोर्ट की जरूरत है।
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