- दतोदा से भाजपा की समर्थक उम्मीदवार प्रहलाद बबरीवाल ने 646 मतों के अंतर से जीत दर्ज की।
- सिमरोल से भाजपा की समर्थक उम्मीदवार कौशल्या डाबी जीती। पहले इस पंचायत पर कांग्रेस का कब्जा था।
- गुजरखेड़ा पंचायत से निर्दलीय प्रत्याशी रानी लखन ने 400 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। रानी के सामने बीजेपी और कांग्रेस के मजबूत नेता चुनाव लड़ रहे थे।
- ग्राम पंचायत कामदपुर से भाजपा समर्थित प्रत्याशी सावित्री बाई गिरवाल ने 402 नाव से जीत दर्ज की।
- ग्राम केलोद से कांग्रेस समर्थित प्रत्याशी कमल चौधरी 4 मतों से जीते।
- टीआई से कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार श्रीखंडी राम पटेल ने सरपंच का चुनाव 87 मतों से जीता।
- ग्राम पंचायत मलेंदी से भाजपा समर्थक प्रत्याशी राकेश जरमा जीते।
- अंबचंदन से भाजपा समर्थक उम्मीदवार उमा पाटीदार जीतीं। इससे पहले पंचायत पर उमा के पति जितेंद्र पाटीदार का कब्जा था।
- कांग्रेस समर्थक उम्मीदवार संजय के पिता गेंदालाल चौहान हरनियाखेड़ी से जीते। यहां 45 साल बाद मालवीय नगर का सरपंच बनाया गया है। क्षेत्र के लोगों में उत्साह है।
- चोरडिया पातालपानी पंचायत से सुरेश कैथवास भाजपा समर्थक जीते। उन्हें आदिवासी समुदायों से चंदा इकट्ठा करके चुनाव लड़ने के लिए बनाया गया था।
- अर्थपुरा पंचायत से कांग्रेस समर्थक रमेश यादव जीते।
- एकेवीआई में कांग्रेस समर्थक शबाना इकबाल पटेल 275 मतों से जीतीं।
- फाफुंड से कांग्रेस समर्थक कमला रामेश्वर पांचाल ने 181 से जीत दर्ज की।
- चेनपुरा से भाजपा समर्थक सावित्री बाई गिरवाल ने 253 मतों से जीत हासिल की।
- संतर किशनगंज पंचायत से कांग्रेस समर्थक उम्मीदवार अंजू मनोज कौशल विजयी रहीं। इससे पहले अंजू के पति मनोज कौशल सरपंच थे। जीत के बाद कौशल के घर के बाहर जश्न का माहौल है।
- तहसील की सबसे बड़ी पंचायत कोडरिया से बीजेपी समर्थक सतीश डावर जीते। इससे पहले भी इस पंचायत पर भाजपा का कब्जा था। यह पंचायत आलू के चिप्स, पापड़ी फैक्ट्रियों के लिए प्रसिद्ध है। इसे आईएसओ अवार्ड भी मिला था।
इसी दौरान ग्राम पंचायत मेन में मतगणना को लेकर विवाद हो गया। मामला बढ़ने की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने केंद्र पर गणना नहीं करने का फैसला लिया है। जनपद पंचायत क्षेत्र की कई पंचायतों के मतदान पेटियों को पुलिस के साये में भेरूलाल पाटीदार कॉलेज के स्ट्रांग रूम में लाया गया। मतदान केंद्र पर विवाद की स्थिति को देखते हुए अब 28 जून को मतगणना की जाएगी। इधर स्ट्रांग रूम में मतपेटियां लाकर प्रत्याशियों के समर्थक नारेबाजी करते रहे। कांग्रेसियों का आरोप प्रशासन का दोहरा रवैया अपना रहा है। स्ट्रांग रूम के सामने भारी भीड़ जमा हो गई। इस दौरान कई थानों की पुलिस भी मौजूद रहती है। कुछ उम्मीदवारों का आरोप है कि उन्हें स्ट्रांग रूम में भी प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।
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