अमरनाथ हादसा: मरने वालों की संख्या 16 हुई, 40 से ज्यादा अब भी लापता, 15,000 तीर्थयात्रियों को निकाला गया
जम्मू/श्रीनगर
 
भारी बारिश के बीच जब शाम के समय बादल फटा होगा तो वहां का नजारा हमारी सोच से भी ज्यादा भयानक होगा। पवित्र अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से करीब 16 लोगों की मौत हो गई।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि घटना में 25 टेंट और तीन सामुदायिक रसोई नष्ट हो गए। घटना के बाद अमरनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है।

लगभग 15,000 लोगों को बचाया गया
बाढ़ के कारण पवित्र गुफा क्षेत्र के पास फंसे अधिकांश यात्रियों को पंजतरणी में स्थानांतरित कर दिया गया है। ITBP ने निचली पवित्र गुफा से पंजतरणी तक अपने मार्ग खोल दिए हैं और सुरक्षा दल बढ़ा दिए हैं। अब तक करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन नंबर
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने शुक्रवार को अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन शुरू की है। उपराज्यपाल प्रशासन और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड ने चार टेलीफोन नंबर जारी किए हैं, जिन पर लोग संपर्क कर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
सरकार के जनसंपर्क विभाग और श्राइन बोर्ड ने ट्वीट किया, "अमरनाथ यात्रा के लिए हेल्पलाइन नंबर: एनडीआरएफ: 011-23438252, 011-23438253, कश्मीर संभागीय हेल्पलाइन: 0194-2496240, श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन: 0194-2313149।" साथ ही प्रशासन ने कहा कि अभी उनका फोकस राहत अभियान पर है। 
एनडीआरएफ: 011-23438252, 011-23438253
कश्मीर संभागीय हेल्पलाइन: 0194-2496240
श्राइन बोर्ड हेल्पलाइन: 0194-2313149

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
बता दें कि अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से हुए हादसे में मरने वालों की संख्या 16 हो गई है। वहीं, 45 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं। जबकि 40 से ज्यादा लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। इनकी तलाश में लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। ITBP और NDRF की टीमें मौके पर राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं।

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