भगवान शिव भोले नहीं आग के गोले हैं -पं.प्रदीप मिश्रा
इंदौर।
भगवान शिव को भोलेनाथ कहा जाता है लेकिन शिव भोले नहीं आग के गोले हैं। वह यदि भोले हैं तो भक्तो की भोली भक्ति देख कर भोलेनाथ कहलाते हैं। भगवान शिव का नाम यदि भोलेनाथ  है तो उनका नाम रुद्र भी है। शिव भक्तों की भोली भक्ति और भक्तिभाव से एक लोटा जल से प्रसन्न हो कर भोलेनाथ बन जाते हैं। उक्त बात विशाल नगर मैदान अन्नपूर्णा रोड पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा ने शिवमहापुराण में  कही। यहां बाबा भोलेनाथ की कथा सुनने के लिए जनसमूह उमड़ पड़ा है। यहां प्रतिदिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचकर कथा का आनंद ले रहे हैं। वहीं पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा के दौरान ही भक्तों को निवारण के उपाय भी बताए। जिसमें संकटों को दूर करने और मनोकामना को पूरा करने के तरीके शामिल है। वहीं श्रद्धालु भी उनके द्वारा बताए गए उपायों को करने में कोई कमी नहीं छोड़ रहे हैं।

वेलेंटाइन डे पर नहीं शिवरात्रि पर महंगा गुलाब खरीदा
कथा के दौरान एक पत्र को पढ़ कर पंडित प्रदीप मिश्रा और पूरा इंदौर शहर गौरवान्वित महसूस करने लगा जब पत्र में एक भक्त ने लिखा कि यह शिवकथा का ही असर है कि आज युवाओं ने शिवरात्रि पर शिवपूजा के लिए महंगा गुलाब खरीदा ना कि वेलेंटाइन डे मनाने के लिए। हमे गर्व है कि हमारा युवा सनातनी हो रहा है।
ढाई लाख भक्त पहुचे कथा सुनने
संस्था लक्ष्य द्वारा आयोजित कार्यक्रम में  सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा का आयोजन 24 जुलाई से 30 जुलाई तक प्रतिदिन दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक किया जा रहा है। आयोजक भरत पटवारी के मुताबिक कथा के लिए पांच पंडाल बनाए गए हैं। हर पंडाल में लगभग 50 हजार श्रद्धालु बैठ सकते है। जानकारी मिली है कि कुल ढ़ाई लाख श्रद्धालु तक इस कथा का आनंद ले रहे हैं।
आयोजक भरत पटवारी ने बताया कि पंडित प्रदीप मिश्रा कथा के दौरान कैसे भोलेनाथ को प्रसन्न किया जाता है, उसके तरीके भी बता रहे है। साथ ही बिल्वपत्र आदि के माध्यम से भक्तों को विभिन्न समस्याओं के निवारण के बारे में बताते हैं। कथा में पंडित मिश्रा ने कहा कि सिर पर तिलक लगाने व हाथ में जल का कलश लेकर मंदिर जाने में शर्म कैसी। लोगो का काम है हसना, लेकिन हमारा काम है भोले की भक्ति में मग्न हो जाना। हमें तो शिव की आराधना से मतलब है। वो सब देख रहा है।इसके साथ ही कथा में भक्तों को सावन मास में शिव की पूजा-अर्चना करने के कई उपाय व पूजा पद्धति बताई।

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