नर्मदा घाटी में बना बांध 6.8 तीव्रता का भूकंप झेल सकता हैEarthquake of Magnitude:3.0, Occurred on 19-02-2023, 12:54:32 IST, Lat: 22.07 & Long: 74.56, Depth: 10 Km ,Location: 151km WSW of Indore, Madhya Pradesh, India for more information Download the BhooKamp App @Indiametdept @moesgoi @Dr_Mishra1966 @Ravi_MoES @DrJitendraSingh pic.twitter.com/dZKpzjtHMN
— National Center for Seismology (@NCS_Earthquake) February 19, 2023
नर्मदा घाटी को भूकंपीय भ्रंश क्षेत्र में शामिल किया गया है क्योंकि यह पहाड़ों से घिरी हुई है और घाटी में ढलान है। इससे पहले भी जबलपुर में भूकंप आया था। यह भी इसी जोन में शामिल है। नर्मदा कंट्रोल अथॉरिटी के पूर्व इंजीनियर मुकेश चौहान के अनुसार, मध्य प्रदेश में कई बड़े बांध नर्मदा घाटी में बने हैं, लेकिन 6.8 तीव्रता के भूकंप का सामना करने के लिए डिजाइन किए गए हैं। नर्मदा घाटी में बनी स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को भी एक बड़े भूकंप का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया था। कुछ साल पहले जबलपुर में आए भूकंप के बाद नर्मदा नदी पर बन रहे बांधों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। इंदौर को जोन तीन में रखा गया है जबकि हिमालय के आसपास के इलाकों को जोन पांच में शामिल किया गया है।
2001 में झटके महसूस किए गए थे
वर्ष 2001 में 26 जनवरी को कच्छ में भूकंप आया था। तभी इंदौर के लोगों ने सुबह झटके महसूस हुए थे। इसके बाद सराफा क्षेत्र की दुकानों के कांटे भी हिलने लगे। इससे पहले लातूर में भूकंप आने के बाद भी इंदौर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस रात इंदौर की सड़कों पर झांकियां निकली थी और हजारों लोग सड़कों पर थे।
वर्ष 2001 में 26 जनवरी को कच्छ में भूकंप आया था। तभी इंदौर के लोगों ने सुबह झटके महसूस हुए थे। इसके बाद सराफा क्षेत्र की दुकानों के कांटे भी हिलने लगे। इससे पहले लातूर में भूकंप आने के बाद भी इंदौर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस रात इंदौर की सड़कों पर झांकियां निकली थी और हजारों लोग सड़कों पर थे।
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