"सर्दी की ठिठुरन को मात देने का सबसे अच्छा तरीका है – गरम लम्हों को साझा करना," श्री खारीवाल ने इस पहल के माध्यम से यही संदेश दिया। उनके कुशल नेतृत्व में आयोजित यह स्वाद-यात्रा पत्रकारिता समुदाय के आपसी रिश्तों में मजबूती और आत्मीयता का नया अध्याय लिख गई।
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