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हमले का विवरण
हमला दोपहर करीब 3 बजे हुआ, जब पर्यटक घुड़सवारी कर बैसरन की ओर जा रहे थे। आतंकियों ने घने जंगलों से निकलकर पर्यटकों पर गोलियां बरसाईं। घायलों को तत्काल पहलगाम के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां चार की हालत गंभीर बताई गई है। हमले के बाद पहलगाम में दहशत का माहौल है और पर्यटकों को इलाके से बाहर निकाला जा रहा है।
मृतक और घायल
मृतक की पहचान कर्नाटक के शिवमोग्गा निवासी 47 वर्षीय मंजुनाथ के रूप में हुई है। घायलों में गुजरात, महाराष्ट्र, ओडिशा और तमिलनाडु के पर्यटक शामिल हैं। एक महिला पर्यटक ने बताया कि उसके पति को सिर में गोली लगी है।
वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन का बयान
वर्ल्ड हिंदू फेडरेशन के प्रदेश अध्यक्ष श्री संजय अग्रवाल ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा, "यह हमला मानवता पर धब्बा है। आतंकियों ने पहले धर्म पूछा और हिंदू होने पर गोली मारी। जम्मू-कश्मीर में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाया जाए और वहां की सरकार को बर्खास्त किया जाए।"
श्री अग्रवाल ने घोषणा की कि शनिवार को भोपाल के रीगल चौराहे पर जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का पुतला दहन किया जाएगा। उन्होंने कहा, "हम आतंकवादियों और उनके समर्थकों को बख्शेंगे नहीं।"
सरकार और नेताओं की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा, "हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। हम आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और मजबूत करेंगे।"
गृह मंत्री अमित शाह ने भी हमले की निंदा की और कहा कि वह जल्द ही श्रीनगर जाएंगे और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे।
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हमले को "अमानवीय" बताते हुए कहा, "यह हमला हमारी मेहमाननवाजी पर हमला है। आतंकियों को बख्शा नहीं जाएगा।"
सुरक्षा स्थिति
हमले के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। पूरे पहलगाम क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब अमरनाथ यात्रा की तैयारियां चल रही हैं और बड़ी संख्या में पर्यटक कश्मीर का रुख कर रहे हैं। इस हमले से पर्यटन उद्योग पर भी असर पड़ सकता है।
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